गुरुवार, 19 फ़रवरी 2009

अहिल्या


अहिल्या की कथा पढ़ -पढ़ कर
सोचती रहती थी मैं अक्सर
कि
कैसे बदल जाती होगी
अक जीती जागती औरत
पाषाण की शिला में ?
कैसा होता होगा वह क्रूर शाप ?
जो
जमा देता होगा शिराओं में बहते रक्त को
आज अपने अनुभव से जाना,
संवेदनहीन ,प्रवंचना युक्त अंतरंगता का साक्षात्कार ,
कभी धीरे -धीरे और कभी अचानक
जमा देता है
संबंधों की उष्ण तरलता को.

18 टिप्‍पणियां:

  1. [पेशे से पुलिस ,धर्म से मनुष्य ,शरीर से स्त्री ,मन से उभयलिंगी और स्वभाव से प्रेमी ] कविता के सिवा ye baat आपकी बाबत- कम प्रभावी नहीं! Wah
    ---
    बहुत खूब!
    जारी रहें.
    शुभकामनाएं.

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  2. अति सुन्दर । आप की कविता की गह्रराई काबिले-तारीफ है। बहुत-बहुत बधाई।

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  3. पेशे से पुलिस ,धर्म से मनुष्य ,शरीर से स्त्री ,मन से उभयलिंगी और स्वभाव से प्रेमी ...................jaisee ho aap ............vaisee hi hai kavita............lazavaabb................sach..........!!

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  4. सीमा जी आपकी कविता तो अच्छे है लेकिन आपने जो अपना परिचय दिया है वो बहुत ही लाजवाब है। आपमें साहित्य के कई झरने फूटते नज़र आ रहे हैं। चिट्ठाजगत में आपका स्वागत है।

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  5. kis ki tarif kare, aapke parichay dene ke andaj kee ya aap ki kavita kee. filhal aapke sundar bhav ke liye narayan narayan

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  6. फ़ालो करें और नयी सरकारी नौकरियों की जानकारी प्राप्त करें:
    सरकारी नौकरियाँ

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  7. कैसे बदल जाती होगी
    अक जीती जागती औरत
    पाषाण की शिला में ?
    कैसा होता होगा वह क्रूर शाप ?

    बहूत शशक्त लेखन, गहरा चिंतन
    सुंदर अभिव्यक्ति है........मन के भावों को कलम से उतारने की भरपूर कला है आपमें, लिखते रहें

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  8. संवेदनहीन ,प्रवंचना युक्त अंतरंगता का साक्षात्कार ,
    कभी धीरे -धीरे और कभी अचानक
    जमा देता है
    संबंधों की उष्ण तरलता को.
    बहुत खूब सीमा जी ! बिम्ब के माध्यम से भावों की अभिव्यक्ति कविता का श्रेष्ठतम रूप होती है !आपके लेखन में गहराई है और संवेदना की छुवन है !निरंतरता बनाये रखें !

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  9. bahut sundar abhivyakti........
    आपका हिंदी ब्लॉग जगत में स्वागत है .आपका लेखन सदैव गतिमान रहे ...........मेरी हार्दिक शुभकामनाएं......

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  10. बहुत सुंदर…..आपके इस सुंदर से चिटठे के साथ आपका ब्‍लाग जगत में स्‍वागत है…..आशा है , आप अपनी प्रतिभा से हिन्‍दी चिटठा जगत को समृद्ध करने और हिन्‍दी पाठको को ज्ञान बांटने के साथ साथ खुद भी सफलता प्राप्‍त करेंगे …..हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।

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  11. ब्लोगिंग जगत में स्वागत है
    सुन्दर रचना के लिए शुभकामनाएं
    भावों की अभिव्यक्ति मन को सुकुन पहुंचाती है।
    लिखते रहि‌ए लिखने वालों की मंज़िल यही है ।
    कविता,गज़ल और शेर के लि‌ए मेरे ब्लोग पर स्वागत है ।
    मेरे द्वारा संपादित पत्रिका देखें
    www.zindagilive08.blogspot.com
    आर्ट के लि‌ए देखें
    www.chitrasansar.blogspot.com

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  12. मूल्यवान विचार एवं अभिव्यक्ति ..धन्यवाद ..

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  13. आप सब का प्यार और उत्साहवर्धन सचमुच बहुत अपनापन मिलता है आप लोगों से. राजीव जी , विजय जी , संगीता जी, कविता जी ,विनय ,मिश्रा जी, संजय जी आप सब तो शुरू से ही उत्साह बढ़ा रहे हैं .नए दोस्तों की भी आभारी हूँ.

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  14. seema ji ,

    sorry for late arrival , i was on tour.

    as usual , the poem is very good , thought provaking , aur antim panktiyan ke liye mere aur se daad kabul kijiye..
    rishte jyadatar aise hi hotye hai ...

    badhai
    main bhi kuch likha hai , jarur padhiyenga pls

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