बुधवार, 20 जनवरी 2010
लो बसंत आ गया
मित्रों , एक पूरा साल आप लोगों की दोस्ती में कब बीता पता ही नहीं चला और फिर से बसंत का मौसम आगया .हमारे शहर में कड़ाके की ठण्ड के बीच भी अनंग सखा बसंत ने अपनी आमद दर्ज करा ही दी है ,जिसका प्रमाण बौरों से भरे हुए आम के वृक्षों ने दे दिया है .आज बसंत पंचमी है ,ऋतुराज बसंत के आने का संकेत .शीत से ठिठुरती हुई प्रकृति में नव प्राणों का संचार होने लगा है .वृक्षों ने पत्ते बदलना प्रारंभ कर दिया है ताकि नए रंगीन पत्तों और फूलों के साथ बसंत का स्वागत कर सकें .जब प्रकृति नई ऋतू के स्वागत में प्रसन्न है तो भला हम क्यों पीछे रहे ...?आप सब भी नए उत्साह से ,नई आशाओं के साथ बसंत का स्वागत करें इन्ही शुभेच्छाओं के साथ आप सब को ------ बसंत पंचमी की भीनी भीनी सुगंध भरी शुभकामनायें
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बसंत पंचमी की शुभकामनाएं .
जवाब देंहटाएंआपको भी बसंत पंचमी और सरस्वती पूजन की हार्दिक बधाई.
जवाब देंहटाएंसुस्वागतम्!
जवाब देंहटाएं--
"सरस्वती माता का सबको वरदान मिले,
वासंती फूलों-सा सबका मन आज खिले!
खिलकर सब मुस्काएँ, सब सबके मन भाएँ!"
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क्यों हम सब पूजा करते हैं, सरस्वती माता की?
लगी झूमने खेतों में, कोहरे में भोर हुई!
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संपादक : सरस पायस
वसंत पंचमी की शुभकामनाएं !!
जवाब देंहटाएंवसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनायें ।
जवाब देंहटाएंबसंत पंचमी की शुभकामनाएं .
जवाब देंहटाएंआपको बसंत पंचमी की बहुत बहुत शुभकमनाएँ .....
जवाब देंहटाएंbasant ki aamad ne
जवाब देंहटाएंaap ke aane ki dastak bhi to di hai
khush-aamdeed....
ऋतुराज बसंत के आने का संकेत ..these flowers are symbol of spring...
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